महाराष्ट्र गृह विभाग ने मुंबई पुलिस में एक वरिष्ठ पद में बदलाव करने के लिए एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया है।
मुंबई: एक प्रमुख प्रशासनिक कदम के तहत, महाराष्ट्र गृह विभाग ने मुंबई पुलिस में एक शीर्ष पद की संरचना के लिए एक सरकारी प्रस्ताव (जीआर) जारी किया है। मुंबई में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) स्तर के विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सीपी) के रिक्त पद को अब घटाकर महानिरीक्षक (आईजी) कर दिया गया है।
इस पद का संशोधित पदनाम संयुक्त पुलिस आयुक्त, खुफिया होगा तथा यह बृहन्मुंबई के पुलिस आयुक्त के अधीन कार्य करेगा। इस निर्णय का उद्देश्य शहर की उच्च सुरक्षा मांगों के मद्देनजर मुंबई की खुफिया जानकारी जुटाने और निगरानी क्षमताओं को मजबूत करना है।
भारत की वित्तीय राजधानी और अनेक “ए” श्रेणी के संवेदनशील संस्थानों और हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों का घर होने के नाते, मुंबई को एक मजबूत खुफिया और सुरक्षा ढांचे की आवश्यकता है। शहर में नियमित रूप से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति तथा विभिन्न विदेशी राष्ट्राध्यक्षों और मंत्रियों सहित गणमान्य व्यक्तियों का आगमन होता रहता है, जिसके कारण निरंतर सतर्कता आवश्यक हो जाती है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (खुफिया) के नव-सृजित पद को खुफिया सूचनाओं पर कड़ी निगरानी रखने तथा विशेष रूप से वीवीआईपी यात्राओं के दौरान सुरक्षा उपायों में समन्वय स्थापित करने का कार्य सौंपा जाएगा। प्रस्ताव में प्रमुख क्षेत्रों और उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए एक मजबूत सुरक्षा प्रणाली के महत्व पर बल दिया गया है।
यह कदम महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, 1951 की धारा 5 और 7 द्वारा राज्य सरकार को दी गई शक्तियों के तहत उठाया गया है और सरकार के आधिकारिक निर्णय पर डिजिटल हस्ताक्षर कर उसे राज्य की वेबसाइट www.maharashtra.gov.in पर प्रकाशित कर दिया गया है। यह पुनर्गठन मुंबई में खुफिया-आधारित पुलिसिंग और सक्रिय सुरक्षा प्रबंधन पर राज्य सरकार के रणनीतिक फोकस को दर्शाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि शहर सुरक्षित रहे।